मिल गया भारत को दूसरा ‘अनिल कुंबले’, चटका डाले एक ही पारी में सभी दस विकेट
Published on: Nov 3, 2018 4:40 pm IST|Updated on: Nov 3, 2018 4:40 pm IST
एक पारी में सभी दस विकेट….सुनकर असंभव सा लगता है. लेकिन, ये कारनामा इंटरनेशनल क्रिकेट में दो बार हो चुका है. और कई मर्तबा होते-होते भी रह गया. एक पारी में सभी दस विकेट लेने का सौभाग्य सिर्फ दो गेंदबाजों को प्राप्त हुआ है. पहला अनिल कुंबले, जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ फिरोजशाह कोटला मैदान में सभी दस विकेट लेकर इतिहास रच दिया था. तो वहीं, इससे पहले साल 1956 में इंग्लैंड के महान स्पिनरों में से एक जिम लेकर ने एशेज सीरीज के ये कारनामा किया था.
सिदक सिंह ने चटकाए सभी दस विकेट
चौथे टेस्ट में जिम लेकर ने पहली पारी में 37 रन देकर 9 और फिर दूसरी पारी में 53 रन देकर 10 विकेट लिए थे. एक मैच में उन्होंने कुल 19 विकेट अपने नाम किए थे. जो आज भी एक विश्व रिकॉर्ड है. खैर, आपको जानकर हैरानी होगी कि इतिहास एक बार फिर दोहराया है. जी हाँ, मुंबई के बाएँ हाथ के स्पिनर सिदक सिंह ने सभी दस विकेट चटकाकर बड़े रिकॉर्ड बना दिया है. कर्नल सीके नायडू अंडर-23 टूर्नामेंट में पुडुचेरी के लिए खेलते हुए सिदक सिंह ने मणिपुर के खिलाफ एक ही पारी में 10 विकेट ले लिए हैं.
इस मैच में सिदक ने 17.5 ओवर फेंकें जिसमें से 7 मेडन ओवर रहे और उन्होंने 31 रन खर्च कर 10 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. सिदक की कातिलाना गेंदबाजी के सामने मणिपुर की पूरी टीम 71 रन पर ऑलआउट हो गयी. आपको बता दें, कि सिदक सिंह मुंबई के लोकल क्रिकेट सर्किट में एक जाना पहचाना नाम है. वेस्ट जोन टी-20 क्रिकेट चैंपियनशिप में मुंबई ने उन पर भरोसा दिखाते हुए अपनी टीम जगह दी थी. सिदक की इस ऐतिहासिक कारनामे ने जरूर मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है.
Sidak Singh does a @anilkumble1074, grabs 'perfect 10' ?
The 19-year-old finished with incredible figures of 17.5-7-31-10, as he spun out Manipur single-handedly for 71
Report ✍️ https://t.co/0rfcHk8woh pic.twitter.com/0mTGsAgadE
— TOI Sports (@toisports) November 3, 2018
ऐसे में मुंबई रणजी के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर सिदक सिंह को मौका दे भी सकते हैं. बता दें, लगभग 19 साल बाद किसी भारतीय गेंदबाज ने इंटरनेशनल न सही, घरेलू लेवल पर सभी दस विकेट निकाले हैं. अब देखने वाली बात होगी कि क्या सिदक सिंह का ये कारनामा उनके लिए मुंबई रणजी टीम का दरवाजा खोलने में सफल रहता है या नहीं?
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