छह महीने से बिना तनख्वाह लिए क्रिकेट खेल रही हैं पाकिस्तानी महिला खिलाड़ी, जानें इसके पीछे की वजह
Published on: Nov 17, 2018 4:20 pm IST|Updated on: Nov 17, 2018 4:36 pm IST
पाकिस्तान पुरूष क्रिकेट टीम भले ही इस समय सरफराज अहमद की कप्तानी में कामयाबी के स्वाद चख रहे हों. टी20 क्रिकेट में झंडा गाड़ रहे हों. लेकिन, जमीनी हकीकत ये है कि पीसीबी के पास महिला क्रिकेट टीम को सैलरी देने तक के भी पैसे हैं. ईएसपीएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, पाकिस्तानी महिला टीम के खिलाड़ियों को पिछले छह महीनों से तनख्वाह नहीं मिला है. खिलाड़ी क्रिकेट पर क्रिकेट, सीरीज पर सीरीज खेली जा रही हैं. लेकिन, टीम को लेकर सजगता न तो बोर्ड ने दिखाई है. और न ही टीम मैनेजमेंट ने.
20 खिलाड़ियों को मिला था कॉन्ट्रैक्ट
आपको बता दें, पीसीबी ने 20 महिला खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिया था. ये साल की शुरुआत की बात है. इस कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार हर छह महीनों पर खिलाड़ियों के साथ नये करार किये जाएंगे. इसके छह महीनों बाद फिर खिलाड़ियों के साथ नए अनुबंध उसके प्रदर्शन और फिटनेस के आधार पर किये जाते.
लेकिन, बोर्ड और एडमिनिस्ट्रेशन में बदलाव के कारण महिला क्रिकेटरों को उसकी सैलरी से वंचित रहना पड़ा है. दरअसल, पहले पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन नजम सेठी थे. लेकिन, एहसान मनी के चीफ बनने पर पूरा सिस्टम ही बदल गया.
रोज मिलता है 5383 रूपये का मेहनताना
हालिया, बांग्लादेशी और मलेशिया दौरे पर महिला खिलाड़ियों को मैच फीस के अलावा 75 डॉलर मिलता था. ये खिलाड़ियों को रोजाना खर्चे के रूप में निर्धारित राशि थी. इस समय जब पाकिस्तानी महिला टीम आईसीसी टी20 विश्व कप खेल रही हैं. तो भी खिलाड़ियों को 75 डॉलर ही मिल रहे हैं.
बिस्माह ने की थी बातचीत
रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम की कप्तान बिस्माह मारूफ ने पीसीबी सेलेक्शन कमिटी से इस बारे में बात की थी. जिसके बाद कमिटी ने बिस्माह को यकीन दिलाया कि जैसे ही टीम विश्वकप खेलकर लौटेंगी. उन्हें छह महीने की सैलरी के साथ नये कॉन्ट्रैक्ट्स भी दिए जाएंगे. इसके अलावा महिला खिलाड़ियों को मैच फीस भी बकाया मिलेगा.