तीन नए नियमों से खेला जायेगा अब टेस्ट क्रिकेट, जानकर वनडे और टी-20 भूल जायेंगे आप
Published on: Mar 13, 2019 11:37 pm IST|Updated on: Mar 13, 2019 11:37 pm IST
दुनिया में एक तरफ जहां फटाफट क्रिकेट की रंगारंग लीग में लोग डूब कर भूल जाते है क्रिकेट का जन्म टेस्ट क्रिकेट से हुआ था. ऐसे में सफ़ेद कपड़ों से पांच दिन तक चलने वाले इसी क्रिकेट फॉर्मेट की गरिमा को बनाये रखने के लिए आईसीसी ने एक नई चाल चली है.
140 साल पुराने क्रिकेट के टेस्ट फॉर्मेट के बाद आधुनिक क्रिकेट के नियमों में तो काफी बदलाव हुए. मगर टेस्ट क्रिकेट के नियमों में बहुत ही कम बदलाव किये गये. जिसके चलते आईसीसी ने वर्ल्ड कप 2019 के बाद होने वाली टेस्ट चैम्पियनशिप में तीन नए नियम बदलने की योजना बनाई है.
टेस्ट क्रिकेट में आये तीन नए नियम
टेस्ट चैम्पियनशिप को रोमांचक बनाने के लिए मेरिबॉन क्रिकेट क्लब ने माइक गेटिंग की अध्यक्षता में टेस्ट क्रिकेट में भी नो बॉल पर फ्री हिट का प्रस्ताव रखा. जिसमें भारत की तरफ से पूर्व कप्तान सौरव गांगुली उर्फ़ दादा भी शामिल थे.
आईसीसी की इस मीटिंग में टेस्ट क्रिकेट में और भी ज्यादा रोमांच पैदा करने के लिए जिन तीन नियमों को बदलने का प्रस्ताव रखा वो इस तरह से है:-
1.) नो बॉल पर फ्री हिट
वनडे और टी20 क्रिकेट में तो नो बॉल पर फ्री हिट का नियम है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अब तक ऐसा नहीं हुआ है. ऐसे में लाल गेंद के खेल को रोचक बनाने के लिए टेस्ट क्रिकेट में भी इस नियम को लाने की तैयारी है.
ऐसे में गेंदबाज अपनी गेंदबाजी में अनुशासित हो सकेगा. और दिन के 90 ओवर डालने में गेंदबाज़ जरा भी ढिलाई नहीं बरतेंगे.
2.) फिक्स टाइम का नियम
टेस्ट क्रिकेट में समय को लेकर चीजें थोड़ी ढीली है. ऐसे में इस नए नियम के तहत स्कोरबोर्ड पर टाइमर लगाया जाएगा. बल्लेबाज को मैदान में पहुंचने के लिए 60 सैकंड और गेंदबाजी टीम को अपने गेंदबाज में बदलाव के लिए 80 सैकंड का समय दिया जाएगा.
जब इनमें कुछ ढिलाई बरती जाएगी तो पहले तो चेतावनी दी जाएगी लेकिन इसके बाद फिर से चूक होने पर पेनल्टी के रूप में पांच रन दिए जाएंगे. इसके अलावा ड्रिंक्स ब्रेक से लेकर फील्डरों की पॉजिशन के लिए भी समय निर्धारित किया जाएगा.
3.) टेस्ट चैंपियनशिप में ड्यूक गेंद का हो इस्तेमाल
मेरिबॉन क्रिकेट क्लब ने सबसे बड़ा फैसला टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान सिर्फ ड्यूक गेंद का इस्तेमाल किया जाए. इस बात पर लिया है. भारतीय कप्तान विराट कोहली समेत कई दिग्गजों का यही मानना है की ड्युक गेंद का ही इस्तेमाल टेस्ट क्रिकेट में किया जाए.
वैसे आपको बता दें की इस गेंद का इस्तेमाल सिर्फ इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में ही होता है. जबकि भारत में एसजी, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में कूकाबुरा की गेंद से टेस्ट क्रिकेट खेला जाता है.