IND vs AUS 4th ODI: मोहाली वनडे में बनने वाले 10 दिलचस्प आकड़ों पर एक ख़ास नजर

Published on: Mar 11, 2019 12:30 pm IST|Updated on: Mar 11, 2019 2:53 pm IST

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घरेलू सरजमीं पर भारत के हाथों हार झेलने के बाद अब ऑस्ट्रेलिया बदला पूरा करने की दहलीज़ पर आ खड़ा है. भारतीय दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले टी-20 और अब उसके बाद वनडे सीरीज़ में भारत के खिलाफ जोरदार वापसी की है. जिसके चलते पांच वनडे मैचों की सीरीज़ अब 2-2 से बराबरी पर आ गई है.

गब्बर की दहाड़ लेकिन टीम की हार

धोनी के घर झारखंड में तीसरा और उसके बाद युवराज सिंह के घर मोहाली में चौथा वनडे जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने कमाल की वापसी की है.

चौथे वनडे में  भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए  9 विकेट पर 358 रन बनाए. जिसमें गब्बर शिखर धवन ने 143 रनों की पारी खेल टॉप ऑर्डर की चिंताओ को हर लिया.

ऑस्ट्रेलिया का मजबूत पलटवार

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जवाब में ऑस्ट्रेलिया टीम की तरफ से पीटर हैंड्स्कॉम्ब 117, उस्मान ख्वाजा 91 ने तीसरे विकेट के लिए 192 रन की साझेदारी की. बाद में एशटन टर्नर ने छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 43 गेंदों पर 84 रन की पारी खेलकर मैच भारत से छीन लिया. सीरीज का फैसला अब 13 मार्च को दिल्ली में होने वाले पांचवें और आखिरी मैच से होगा.

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ऐसे में चलिए मोहाली में खेलें जाने वाले हाई स्कोरिंग मैच से जुड़े कुछ दिलचस्प आंकड़ों पर नजर डालते हैः-

1. ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार 350 से अधिक रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल की. वनडे क्रिकेट इतिहास में रनों का पीछा करते हुए यह पांचवीं सबसे बड़ी जीत थी.

 

2. यह पहला मौका था, जब भारत 358 रन बनाने के बावजूद हार गया. 2009 में हैदराबाद में भारत 351 रनों का पीछा करते हुए 347 पर ढेर हो गया था और 3 रन से मैच हार गया था.

 

3. पीसीए स्टेडियम मोहाली में इससे पहले 322 रनों का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने भारत को हराया था.

 

4. शिखर धवन के 143 रन वनडे में किसी भारतीय द्वारा बनाए गए तीसरे सबसे अधिक रन हैं, जब भारत हारा हो. रोहित शर्मा ने 2016 में पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 171 रन और सचिन तेंदुलकर ने जोधपुर वनडे में जिंबाब्वे के खिलाफ 2000 में 146 रन बनाए थे. तीन बार और 143 या उससे अधिक रन भारतीय बल्लेबाजों ने बनाए और रनों की पीछा करते हुए मैच हारे.

193 रन की साझेदारी कर दोबारा हारा भारत

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5. सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 2001, जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में 193 रनों की साझेदारी की थी.

तब भारत ने 50 ओवरों में 5 विकेट पर 279 रन बनाए थे. दक्षिण अफ्रीका ने 10 गेंद शेष रहते मैच जीत लिया था. जबकि इस मैच में भी शिखर और रोहित के बाच 193 रनों की ही पहले विकेट के लिए साझेदारी हुए थी.

6. रोहित शर्मा ने भारत में 3000 रन पूरे करने के लिए 57 पारियां खेलीं. यह संयुक्त रूप से किसी भी भारतीय खिलाड़ी द्वारा सरजमीं पर 3000 रनों के लिए खेली गई सबसे कम पारियां हैं.

7. यह वनडे क्रिकेट इतिहास का केवल दूसरा ऐसा मौका था, जब दोनों टीमों के एक-एक खिलाड़ी ने शतक बनाया और एक एक खिलाड़ी 90 के आसपास आउट हुआ. इससे पहले 2015 सीडब्ल्यूसी में जिंबाब्वे-आयरलैंड के बीच मैच में ऐसा हुआ था.

फिंच के नाम ZERO का कीर्तिमान

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एरोन फिंच पहले ऐसे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बन गए, जो एक ही वनडे सीरीज में दो बार शून्य पर आउट हुए. तीन ऑस्ट्रेलियन कप्तान हैं, जो 10 या उससे अधिक के मैचों वाले टूर्नामेंट में एक से अधिक बार शून्य पर आउट हुए.

9. जसप्रीत बुमराह केवल दूसरे ऐसे भारतीय बल्लेबाज बने, जिन्होंने 11 नंबर पर खेलते हुए वनडे क्रिकेट में अंतिम गेंद पर छक्का मारा. वेंकटेश प्रसाद ने इससे पहले 2000 में यही कारनामा किया था. इसके साथ ही ये उनके करियर का पहला छक्का था. जबकि वो अपना 100वां ODI खेल रहे थे.

पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान में नहीं उतरे धौनी

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महेंद्र सिंह धौनी के डेब्यू के बाद यह पहला मौका था, जब धौनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्लेइंग 11 में नहीं खेले. धौनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत में खेले गए सभी 54 मैचों में खेले हैं. इससे पहले 2004 की त्रिकोणीय सीरीज में नीदरलैंड में प्लेइंग 11 में नहीं थे.

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