श्रीलंकाई स्पिनर अकिला धनंजय पर लगे संदिग्ध गेंदबाजी का आरोप, मैच रेफरी ने मांगी रिपोर्ट
Published on: Dec 10, 2018 11:56 pm IST|Updated on: Dec 11, 2018 11:13 am IST
श्रीलंका और इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में ऑफ-स्पिन गेंदबाज अकिला धनंजय पर संदिग्ध गेंजबाजी करने का आरोप लगा है.और उन्हें संदिग्ध रूप से गेंदबाजी करने का दोषी पाया गया है. इस मामले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, धनंजय पर मैच के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ गलत तरीके से गेंजबाजी कराने के आरोप में वह दोषी पाए गए हैं.
अकिला धनंजय पर लगा तत्कालीन बैन
श्रीलंका बनाम इंग्लैंड के बीच शुक्रवार को समाप्त हुए पहले टेस्ट मैच में मेजबान टीम ने 211 रनों से जीत हासिल की. और श्रीलंका टीम को हार का सामना करना पड़ा .लेकिन मेजबान टीम के जीत के संदर्भ में आकिला के मामले ने तूल पकड़ लिया.
जिसके तहत आईसीसी ने सोमवार को श्रीलंकाई गेंदबाज अकिला धनंजय के खिलाफ फरमान जरी करते हुए अकिला की गेंदबाजी एक्शन को अवैध करार दे दिया. साथ ही तत्काल प्रभाव ने धनंजय को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने से सस्पेंड कर दिया गया है.
आईसीसी का बड़ा बयान
आईसीसी ने आगे कहा, ‘टेस्ट, वनडे और टी-20 में दर्ज संदिग्ध अवैध गेंदबाजी कार्यों से संबंधित आईसीसी प्रक्रिया के तहत धनंजय की गेंदबाजी की जांच की जाएगी. उन्हें 14 दिनों के भीतर परीक्षण से गुजरना पड़ेगा और जब तक परिक्षण का परिणाम नहीं आ जाता, तब उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी जारी रखने की अनुमति है.
आईसीसी के नियम के मुताबिक किसी भी गेंदबाज को 15 डिग्री तक हाथ को एक तरफ झुकाने की इजाजत मिलती है, लेकिन जांच के दौरान धनंजय का हाथ इस सीमा से ज्यादा झुका हुआ पाया गया. आईसीसी के नियम 11.1 के तहत संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन वाला खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा घरेलू क्रिकेट में भी नहीं खेल सकता. हालांकि नियम 11.5 कहता है कि श्रीलंका क्रिकेट की स्वीकृति से धनंजय घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी कर सकते हैं.
आईसीसी ने अकिला के बारे में बयान देते हुए कहा, ‘मैच अधिकारियों ने इस मामले की रिपोर्ट श्रीलंका टीम प्रबंधन को भेज दी है. इसमें 25 वर्षीय गेंदबाज की गेंदबाजी को लेकर काफी तरह की आशंका थी. आपको बता दें आईसीसी द्वारा आकिला की गेंदबाजी पर उठाये गये सवालों से अकिला धनंजय का करियर समाप्त नहीं हुआ है.
धनंजय अपने गेंदबाजी एक्शन में जरूरी बदलाव करने के बाद आईसीसी के नियम 4.5 के तहत गेंदबाजी एक्शन के दोबारा आकलन की अपील कर सकते हैं. अगर दोबारा जांच में उनका एक्शन सही पाया गया तो उन्हें फिर से गेंदबाजी की इजाजत मिल जाएगी.