एंजेलो मैथ्यूज को एकदिवसीय टीम से हटाया गया :
Published on: Sep 25, 2018 6:00 pm IST|Updated on: Sep 25, 2018 6:00 pm IST
एकदिवसीय टीम से हटाए गए मैथ्यूज :
एशिया कप में खराब प्रदर्शन के चलते मैथ्यूज को कप्तानी से हटाया गया था उसके अगले दिन उन्हें एकदिवसीये टीम से भी फिटनेस के चलते निकाला गया,इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला के लिए श्रीलंका की ओडीआई टीम से उन्हें हटा दिया गया है। हालांकि, श्रीलंकाई कप्तान ने लगभग तुरंत जवाब दिया है। चयनकर्ताओं से मांग की है की उनका फिटनेस टेस्ट कराया जाये।
हालांकि टीम को अभी तक घोषित नहीं किया गया है, लेकिन इसे नामित किया गया है और खेल मंत्री को मंजूरी के लिए भेजा गया है जिस वजह से मैथ्यूज के पास बेहद्द कम उम्मीद है वापसी की।
मैथ्यूज ने फिटनेस टेस्ट की मांग की :
यह समझा जाता है की मैथ्यूज की फिटनेस को लेकर टीम काफी चिंता में थी क्यूंकि उनका निकलना एक आल राउंडर के टीम से जाने बराबर योग्य है,कोच चंडीका हाथुरुसिंघा और चयनकर्ता- उसी बैठक में थे जहां मैथ्यूज को कप्तानी छोड़ने के लिए कहा गया था सीमित ओवर क्रिकेट से ।
मैथ्यूज को पिछले 24 महीनों में अपने पैरों में गम्भीर चोटे लगी है जिस वजह से सेलेक्टर्स चिंतित थे,लेकिन एशिया कप में 2 बार रन आउट होना चयनकर्ताओं की नजर मे एकदम आ गया जिसकी वजह उनकी फिटनेस है ।
हालांकि उन्होंने गेंदबाजी बंद कर दी है, मैथ्यूज पिछले 24 महीनों में श्रीलंका की बल्लेबाजी के आधार पर टीम में बने हुए थे । 2017 की शुरुआत के बाद, मैथ्यूज ने 59.20 के औसत से 888 रन बनाए हैं, हालांकि 76.35 की मामूली
स्ट्राइक दर पर। वह प्रोटेस के खिलाफ श्रीलंका की हालिया द्विपक्षीय ओडीआई सीरीज़ में सबसे ज्यादा रन-गेटटर भी थे, जिन्होंने 78.33 के औसत से 235 रन बनाए थे।
मुझे एकदम ऐसा लगा जैसे मुझे बलि का बकरा बनाया गया हो टीम के एशिया कप मे बंगलादेश और अफ़ग़ानिस्तान के मैचेस को लेकर, मे यह आरोप सहने को त्यार हो लेकिन मुझे ऐसा लगता है की सारा दोष मुझ पर डाला गया जिस बात का मुझे दुख है।
एसएलसी सीईओ के लिए एक पत्र में मैथ्यूज ने लिखा,
” मैथ्यूज ने एसएलसी के सीईओ एशले डी सिल्वा को एक पत्र भेजकर कप्तानी से उन्हें हटाने के चयनकर्ताओं के फैसले पर अपनी चिंताओं की पहले से ही आवाज उठाई है, जहां उन्होंने एशिया कप से श्रीलंका के बुरी तरह से बाहर निकलने के लिए उन्हें उन्हें बलि का बकरा बनाने की बात को उजागर किया।”