ऋषभ पंत ने बताया, इस खिलाड़ी को मानते हैं अपनी प्रेरणा
Published on: Jan 17, 2019 12:45 pm IST|Updated on: Jan 17, 2019 6:45 pm IST
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में एक ऐतिहासिक जीत हासिल करें हुए एक हफ्ता भी नहीं हुआ है। क्रिकेट जगत अभी से ही सीमित ओवरों के लिए एमएस धोनी की अहमियत पर सवाल उठा रहा है। वहीं टीम के युवा विकेट कीपर बल्लेबाज हाल ही में मिली सफलता में व्यस्त है जिसने उन्हें अचानक से धोनी और एडम गिलक्रिस्ट के बाद क्रिकेट के अगले बड़े विकेटकीपर के रूप में पेश कर दिया है।
एडम गिलक्रिस्ट को माना है प्रेरणा
पंत ने हमेशा से एडम गिलक्रिस्ट को अपनी प्रेरणा माना है। पंत का कहना है कि वो गिलक्रिस्ट और माही भाई यानी की धोनी को अपना आदर्श मानते हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि मैं वैसा ही बनना चाहता हूं। उनकी नकल करना चाहता हूं। ये उनसे सीखने के बारे में हैं।
उन्होंने कहा कि मैं खुद को बनना चाहता हूं। मैं ऋषभ पंत बनना चाहता हूं। पंत को बांग्लादेश में हुए अंडर-19 विश्व कप के बाद से ही धोनी के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में पेश किया गया है। हालांकि, ‘ऋषभ पंत’ बनना अलग है। उन्होंने कहा कि दो साल पहले मेरे पिता के निधन के बाद मुझे खुद को एक व्यक्ति के रूप में बदलना पड़ा था। मुझे एहसास है कि जिम्मेदारी क्या है।
तारक सिन्हा का अटूट विश्वास
पंत ने एक बड़े शहर में नियमित रूप से रोजमर्रा क्रिकेटप्रेमियों की जिंदगी जी है। रुड़की में अपने घर से दूर किराए के कमरे में खुद रहते हैं, एक टीनएजर के रूप में वो अपनी क्षमताओं पर अपने कोच तारक सिन्हा के अटूट विश्वास को भाग्यशाली मानते हैं।
तारक सिन्हा के द्वारा रहने की व्यवस्था करने से पहले अपनी मां के साथ राजधानी के गुरुद्वारों में बिताएं दिनों से कोई भी 15 साल का बच्चा या तो बनता है या फिर बिगड़ सकता है। लेकिन इशने पंत को बनाने में मदद की है।
पंत ने कहा कि अच्छा लगता है जब आपकी कड़ी मेहनत का फल आपको मिलता है। लेकिन हर कोई संघर्ष करता है कि वो कहां है। हर किसी के पास अच्छे और बुरे दिनों का हिस्सा है। वहीं उन्होंने कहा कि अब जब अच्छा वक्त आ रहा है तो ये मुश्किल चुनौती है कि फेम और जमीन से जुड़े रहने में बैलेंस बनाना होगा। आईपीएल ने मुझे नाम और पैसा दिया है। जैसे-जैसे आप ज्यादा खेलेंगे तो नाम होगा। लेकिन आपको ये जानना होगा कि कहां पर आपको एक रेखा खींचने की जरूरत है।
“अगर कोई उकसाता है तो मैं उसे वापस दूंगा”
ऋफभ पंत ने आगे कहा कि अगर कोई मुझे उकसाता है, तो मैं उसे वापस दे दूंगा। मेरा कर्तव्य था कि मैं अपनी टीम के लिए करूं। लेकिन मुझे कोड ऑफ कंडक्ट पता है। मुझे अपने मूल्य याद हैं।